हे आत्मदेव ! अब तो अनावृत होइये…झूलेलाल Cheti Chand Special
मरखशाह द्वारा मुसीबतें आयीं और लोग समुद्रतट पर गये। अपनी सुषुप्त शक्तियों को जागृत किया। उनके संकल्पबल ने व्यापक चैतन्य को रत्नराय के घर झुलेलाल के रूप में प्रकट करवाया। तो हे साधक ! तुम्हारे