Jaisi Karni Waisi Bharni Meaning with a Story in Hindi
करम प्रधान बिस्व करि रखा। जो जस करइ सो तस फलु चाखा । (श्रीरामचरित अयो. का. 218.2) कर्म की अपनी कोई स्वतंत्र सत्ता नहीं है क्योंकि वह जड़ है । कर्म को यह पता नहीं
करम प्रधान बिस्व करि रखा। जो जस करइ सो तस फलु चाखा । (श्रीरामचरित अयो. का. 218.2) कर्म की अपनी कोई स्वतंत्र सत्ता नहीं है क्योंकि वह जड़ है । कर्म को यह पता नहीं
एक गाँव में एक सज्जन व्यक्ति रहता था । धन से तो वह निर्धन था पर मन-वचन से वास्तव में धनी था । वह रोज रात्रि को अपनी अँधेरी गली में सरसों के तेल का
Karm Ka Siddhant| Principle of Karma in Hindi with a Story : यह संसार कर्मभूमि है । यहाँ कर्म और कर्मफल की बड़ी सुव्यवस्था है । नरक और नीच योनियाँ पाप के फल हैं ।