न्यायाधीश गुरुदास सिंह, उच्च न्यायालय में वादी-प्रतिवादी को सुन रहे थे । इतने में एक वृद्धा जीर्ण-शीर्ण वस्त्र पहने न्यायालय के द्वार पर पहुँची । गंगा-स्नान करके आयी उस वृद्धा के वस्त्र गीले थे ।
भगवान एक बच्चे से कहता है, जिसे अगले दिन पैदा होना है। बच्चे कल तुम्हें हमेशा के लिए’ धरती पर जाना है।बच्चा रोने लगता है और पूछता है कि मैंनेवहाँ लोगो से कैसे बात करूँगा