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Ramanujacharya

सारा ब्रह्माण्ड ईश्वर का स्वरूप | Ramanujacharya concept of god – Hindi Story

एक बार श्री रामानुजाचार्य (Ramanujacharya) भगवान के श्रीविग्रह को स्नानादि कराके पोंछ रहे थे। पोंछते-पोंछते उनको ऐसा आभास हुआ कि भगवान की पीठ पर घाव हो गया है। वे काँपने लगे और बोल उठे: “प्रभु…!

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