लौकिकता में थी अलौकिक की खबरें – Guru Swami Lilashah ji and Shishya
एक बार रक्षाबंधन के पर्व पर परम पूज्य सदगुरुदेव (साईं लीलाशाहजी महाराज | Sai Lilashah ji Maharaj) अमदावाद में पधारे हुए थे। जूनागढ़ से एक प्रोफेसर किसी काम से अमदावाद आये थे। रक्षाबन्धन का अवसर