एक बार गुरु के दर पर आ गये तो फिर क्यों लौटना ? दृढ़ प्रीति का संदेश सुनाती हुई यह कहानी….. एक युवराज घर छोड़कर भगवान के रास्ते गया और वृंदावन में जाकर रहने लगा
प्रजापालक यदि न्यायप्रिय, उदार तथा प्रजा का भला चाहनेवाला होता है तो सारी प्रजा के हृदय में उसके लिए बड़ा आदर एवं ऊँचा स्थान हो जाता है । इतना ही नहीं, उसके वंशजों को भी