माँ ने ऐसे संस्कार डाले कि बालक विनोबाजी के मन से डर हमेशा के लिए विदा हो गया… एक रात विनोबाजी (Vinoba Bhave) दीवार पर एक काला भूत (बड़ी परछाई) देखकर बहुत डर गये ।
एक बार मालवीय जी के पास एक धनी सेठ अपनी कन्या के विवाह का निमन्त्रण-पत्र देने आये। संयोग से जिस युवक के साथ उनकी कन्या का विवाह होने वाला था, वह मालवीय जी का शिष्य था।