Skip to content
Sharnanand ji, bodh katha

बोध कथा – योगः कर्मसु कौशलम् | Swami Sharnanand ji

“जो भी कार्य करें, उसे पूरे मनोयोग से, दिल लगाकर करें। किसी भी काम को आलस्य या लापरवाही से बिगड़ने न दें। जो कर्म को पूरे मनोयोग से करता है उसका आत्मविकास होता है, उसकी

Read More »