Vishwa Hindi हिन्दी Diwas 2022 Speech Poem
‘आनन्दमठ’ जैसी कृति के लेखक बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बंगाल में न्यायाधीश थे। वे वकीलों को अंग्रेजी की जगह बँगला का उपयोग करने की प्रेरणा दिया करते थे ।
एक दिन उनके न्यायालय में एक अग्रेंज वकील किसी मुकदमे की पैरवी करने आया । उसने बंकिम बाबू को बँगला बोलते देखा तो कहा :”शासन की भाषा अंग्रेजी है । आप इसकी जगह थोड़े-से क्षेत्र की भाषा बँगला का उपयोग क्यों करते हैं ?
आप तो अंग्रेजी के अच्छे जानकार भी हैं ।”