Hanuman ji se Seekhe Vyavahar, Kushalta: Lessons from HanumanJi
– स्वामी अखंडानंदजी सरस्वती श्री हनुमानजी की अपने इष्ट श्रीरामजी के चरणों में अनन्य प्रीति थी । मानव-जीवन के परम लक्ष्य परमात्मप्राप्ति के लिए सेवक का अपने स्वामी, शिष्य का अपने गुरुदेव के चरणों में