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dr rajendra prasad

यह दिमाग अंडे से नहीं,दूध से बना है Dr Rajendra Prasad

आजादी के पूर्व की बात है। एक बार कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में जिस रिपोर्ट के आधार पर एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित करना था वह नहीं मिल रही थी ।  सब चिंतित थे। सदस्यों को

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बोलने से नहीं चुप रहने से होता है ज्यादा लाभ

? मौन से शक्तिसंचय ? 【बोलने से नहीं, चुप रहने से होता है ज्यादा लाभ..】 ▪ मौन से शक्ति की सुरक्षा, संकल्पबल में वृद्धि तथा मन के आवेगों पर नियंत्रण होता है। मानसिक तनाव दूर

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Mahatma Gandhi aur brahmacharya

ब्रह्मचर्य के लिए जरूरी है: जीभ पर नियंत्रन |Gandhi ji Tips

महात्मा गाँधीजी  (Mahatma Gandhiji) के वचन– जिसने जीभ को नहीं जीता वह विषय- वासना को नहीं जीत सकता। मन में सदा यह भाव रखें कि हम केवल शरीर के पोषण लिये ही खाते हैं, स्वाद

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बुद्धि नष्ट कैसे होती और महान कैसे होती [Dimag Tej Kaise Kare]

बुद्धि को भगवत्प्राप्ति के योग्य बनाओ। जो जरूरी है वह करो, अनावश्यक कार्य और भोग सामग्री में उलझो नहीं। जब बुद्धि बाहर सुख दिखाती है तो क्षीण हो जाती है और जब अंतर्मुख होती है तो महान हो जाती है।

बुद्धि नष्ट कैसे होती है ?

अपने-आप में अतृप्त रहना, असंतुष्ट रहना, किसी के प्रति राग-द्वेष करना, भयभीत रहना, क्रोध करना आदि से बुद्धि कमजोर हो जाती है।

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मनुष्य का चरित्र ही सबसे कीमती – Swami Vivekananda’s Quote

पूज्य संत श्री आशारामजी बापूजी स्वामी विवेकानंद अमेरिका के एक बगीचे में से गुजर रहे थे । उनको सादे कपड़ों में, बिना किसी हैट के खुले सिर देखकर लोगों को बड़ा आश्चर्य हुआ और वे

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अकबर ने भारत की कन्या से मांगी प्राणों की भीख

एक दिन खुशरोज मेले में किरण देवी आयी। अकबर के संकेत से उसकी कुट्टिनियों ने किरण देवी को धोखे से अकबर के महल में पहुँचा दिया। किरण देवी के सौंदर्य को देखकर विषांध अकबर की कामवासना भड़की।

ज्यों ही उसने किरण देवी को स्पर्श करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया, त्यों ही उसने रणचंडी का रूप धारण कर लिया और अपनी कमर से तेज धारवाली कटार निकाली तथा

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वो बहादुर नारी जिसमें शिवाजी ने अपनी माँ के दर्शन किये

दक्षिण भारत का एक छोटा-सा राज्य था बेल्लारी । उसका शासक कोई वीर पुरुष नहीं बल्कि शौर्य की प्रतिमा विधवा नारी
मलबाई देसाई थीं । छत्रपति शिवाजी की सेना ने बेल्लारी पर चढ़ाई की । शिवाजी की विशाल सेना का सामना वहाँ के
मुट्ठीभर सैनिक कैसे करते ! किंतु बेल्लारी के सैनिक खूब लड़े । छत्रपति ने उन शूरों के शौर्य को देख के उनकी खूब प्रशंसा की ।

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