“Sahasi Balak” – A Story from Lal Bahadur Shastri’s Biography
एक लड़का काशी में हरिश्चन्द्र हाईस्कूल में पढ़ता था । उसका गाँव काशी से आठ मील दूर था । वह रोजाना वहाँ से पैदल चलकर आता, बीच में गंगा नदी बहती है उसे पार करता
एक लड़का काशी में हरिश्चन्द्र हाईस्कूल में पढ़ता था । उसका गाँव काशी से आठ मील दूर था । वह रोजाना वहाँ से पैदल चलकर आता, बीच में गंगा नदी बहती है उसे पार करता
Chhatrapati Shivaji Maharaj: Ek Adarsh Rajyakarta, Parakrami, Prajahit Samrat: सत्रहवीं शताब्दी में हिन्दुस्तान में मुगल शासकों का अत्याचार, लूटमार बढ़ती जा रहा था । हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनाया जा रहा था । मुगलों के
Dr. Ram Manohar Lohia: “Hamari Bhasha, Hamari Pehchan/ Sankriti”: Motivational Quote on Rashtriya Bhasha Hindi by Dr. Ram Manohar Ji एक युवक ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई के लिए बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया था
Jhalkaribai was a woman’s Army of Rani Laxmi Bai. Aaiye Jante hai Jhalkari Bai Ke Bare Main : ➠ पुराने जमाने में प्रारम्भ से ही बालक-बालिकाओं में निर्भयता एवं शूरता-वीरता के संस्कार डाले जाते थे
पंजाब केसरी रणजीत सिंह के बचपन की यह बात है। उनके पिता महासिंह के पास एक जौहरी जवाहरात लेकर आया। राजा, रानी और राजकौर जवाहरात देखने बैठे। जौहरी उत्साहपूर्वक एक के बाद एक चीज दिखाता।
हिन्दू धर्म और भारत भूमि की रक्षा के लिए यूँ तो अनेक वीरों एवं महान आत्माओं ने अपने प्राण अर्पण किये हैं; पर उनमें भी सिख गुरुओं के बलिदान जैसे उदाहरण मिलना कठिन है ।