Pujya AsharamJi Bapu Ki ‘सर्वभूतहिते रतः’ दृष्टि एक बार पूज्य बापूजी सेवक से बोले : ‘‘आज उबटन से नहायेंगे, बहुत दिन हो गये उबटन से नहाये हुए । कुटिया में जो उबटन था उसमें घुन पड़ गये थे । बापूजी को सेवक Read More »