रामैया नाम के एक व्यक्ति के बारे में नगरभर में यह प्रसिद्ध था कि ‘जो सुबह-सुबह रामैया की सूरत देख लेता है उसे दिनभर खाने को नहीं मिलता है ।’ इसलिए सुबह-सुबह कोई उसके सामने
प्रजापालक यदि न्यायप्रिय, उदार तथा प्रजा का भला चाहनेवाला होता है तो सारी प्रजा के हृदय में उसके लिए बड़ा आदर एवं ऊँचा स्थान हो जाता है । इतना ही नहीं, उसके वंशजों को भी