चुप साधन | Balak Sharnanandji in hindi
सदगुरु वे माली हैं जो जीवन रूपी वाटिका को सुरभित करते हैं। छोटी उम्र में ही एक बालक की नेत्र ज्योति चली गयी। सारा परिवार दु:खी हो गया। बालक सोचने लगा, हाय मेरा जन्म लेना
सदगुरु वे माली हैं जो जीवन रूपी वाटिका को सुरभित करते हैं। छोटी उम्र में ही एक बालक की नेत्र ज्योति चली गयी। सारा परिवार दु:खी हो गया। बालक सोचने लगा, हाय मेरा जन्म लेना
प्रो. मॉर्गन का सुझाव था कि स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन ૐ (OM | AUM | OMKAR) का जप करके उम्र भर बीमारियों को दूर रख सकता है। हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार पृथ्वी की उत्पत्ति के
सभी विद्यार्थी पढाई में आगे बढ़ना चाहते हैं। किंतु अनेक विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो मेहनत तो बहुत करते हैं परंतु उनको सफलता नहीं मिलती । यहाँ पर कुछ युक्तियाँ दी जा रही हैं जिनके
एक व्यक्ति प्रायः साधु – संतों की खिल्ली उड़ाया करता था। वह एक बार अपने एक मित्र के कहने पर श्री देवराहा बाबा के दर्शन करने जा रहा था। एक परिचित ने पूछा : “कहाँ
गोधरा (गुजरात) में पांडुरंग (pandurang) नाम का एक बड़ा ही कुशाग्र और सुदृढ़ विद्यार्थी था, जो दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहता था । उसकी माता रुक्मिणी उसे ‘बाबू’ कहकर पुकारती थीं ।
( ब्रह्मलीन भगवत्पाद साईं श्री लीलाशाहजी महाराज प्राकट्य दिवस :- 28 मार्च ) एक इंजीनियर भक्त पूज्यपाद भगवत्पाद स्वामी श्री लीलाशाहजी महाराज के सत्संग में रोज आता था । एक दिन उसने अपने मित्र से