Bhoot Ka Darr Kaise Bhagaya, Mahatama GandhiJi: 2nd Oct Special
भूत का डर भाग गया…!! रात बहुत काली थी और मोहन डरा हुआ था । हमेशा से ही उसे भूतों से डर लगता था। वह जब भी अँधेरे में अकेला होता, उसे लगता की कोई
भूत का डर भाग गया…!! रात बहुत काली थी और मोहन डरा हुआ था । हमेशा से ही उसे भूतों से डर लगता था। वह जब भी अँधेरे में अकेला होता, उसे लगता की कोई
Want to Know How to Live A Happy and Successful Life, let’s understand with a motivational Story in Hindi [Safal jeevan Ke Niyam/ Rahasya]: करोड़ीमल सेठ ने सोने की 37 ईंटें इकट्ठी कर ली ।
जो देशवासियों को शोषित करके परदेश में धन जमा करते हैं, ऐसे लोग इस प्रसंग को पढ़कर अपने को उन्नत बनाने के रास्ते लगेंगे तो कितना अच्छा….. ! संस्कृत के महाकवियों में कवि माघ का
[Adil Shah And Shivaji Maharaj Story] पूज्य संत श्री आशारामजी बापूजी मुगल सरदार आदिलशाह व कुतुबशाह को अपने पद और धन का बड़ा अहंकार था। वे इस मद में रहते थे कि हम तो धन
बालक गणेश प्रसाद पाँचवी कक्षा में पढ़ता था । गणित में अनुत्तीर्ण होने पर शिक्षक ने उसे ‘फिसड्डी’ छात्र की उपाधि दी। गणेश के स्वाभिमान को गहरा धक्का लगा उसने गुरु जी के बताए अनुसार
महामना मदनमोहन मालवीयजी उनके विश्वविद्यालयों के युवकों से ब्राह्ममुहूर्त में उठने का आग्रह रखते थे।
उनके जीवन की एक घटना है। शीतकाल में
प्रात: आठ बजे एक ब्राह्मण युवक मौलिन्द्र उनसे मिलने आया। उसे अंदर आने की अनुमति मिली। मालवीय जी उस समय पूजा में बैठे थे। युवक ने अंदर जाकर प्रणाम किया। उसके माथे पर तिलक न देख उन्होंने इसका कारण पूछा।