Nirakar Hue Sakar Jab : Ganesh Chaturthi 2024 Special
❀ गुरु-सन्देश – जहाँ दृढ़ विश्वास एवं श्रद्धा होती है, वहाँ प्रभु स्वयं साकार रूप धारण करके भोजन स्वीकार करें, इसमें क्या आश्चर्य ! ➠ गणपति के भक्त मोरया बापा, विठ्ठल के भक्त तुकारामजी एवं
❀ गुरु-सन्देश – जहाँ दृढ़ विश्वास एवं श्रद्धा होती है, वहाँ प्रभु स्वयं साकार रूप धारण करके भोजन स्वीकार करें, इसमें क्या आश्चर्य ! ➠ गणपति के भक्त मोरया बापा, विठ्ठल के भक्त तुकारामजी एवं
अम्माजी कहती थीं कि ”साँई ( पूज्य बापूजी ) के पिताजी ने मुझे साफ कह रखा था कि ”किन्हीं संत या गरीब को दान देकर ही भोजन बनाना।” तो इस नियम का मैं पहले भी
मनुष्य-जीवन में जितने भी माने हुए संबंध हैं – पति-पत्नी, भाई-बहन, पिता-पुत्र आदि वे सभी काल्पनिक हैं, मोहवश हैं किंतु गुरु-शिष्य का संबंध वास्तविक संबंध है क्योंकि यह वास्तव में जीवात्मा परमात्मा का संबंध है
किसी ने कहा हैः- जब और सहारे छिन जाते, कोई न किनारा मिलता है । तूफान में टूटी किश्ती का, भगवान सहारा होता है ।। सच्चे हृदय की पुकार को वह हृदयस्थ परमेश्वर जरूर सुनता
Example of Changing Negative Thoughts to Positive thoughts: दो मित्र थे । दोनों पढ़े लिखे थे लेकिन एक था सदा संतोषी और दूसरा था सदा असंतोषी । दोनों बड़े हुए । एक रेलवे का ड्राइवर बना
Bankim Chandra Chatterjee Bhagwat Geeta Par Shraddha : ▪ ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रगीत के रचयिता बंकिमचंन्द्र चट्टोपाध्याय प्रतिदिन नियमित रूप से गीता का पाठ करते थे । ▪ एक बार वे बीमार पड़ गये । डॉक्टर
Surya Grahan June 2022 Special Story | Surya Grahan Kyu Hota hai – An Interesting Story in Hindi एक राजा बड़ा सनकी था । एक बार सूर्यग्रहण हुआ तो उसने राजपंडितों से पूछा : “सूर्यग्रहण
राजस्थान में जयपुर के पास एक इलाका है – लदाणा। पहले वह एक छोटी सी रियासत थी। उसका राजा एक बार शाम के समय बैठा हुआ था। उसका एक मुसलमान नौकर किसी काम से वहाँ
परमात्मा में आस्था व विश्वास दृढ़ करने वाली यह कहानी बच्चों (Story for Kids) को सुनायें और दोहा याद करवायें। ऋषि शमीक अपने शिष्यों के साथ कुरुक्षेत्र में महाभारत (Mahabharata) के संग्राम के बाद का
आज हम जानेंगे : विद्यार्थियों में गीता ग्रंथ के अध्ययन से सच्चाई, निर्भयता व आत्मा की स्वतंत्रता के संस्कार हृदय में दृढ़ हो सकते हैं !! बाल गंगाधर तिलक (Bal Gangadhar Tilak) , जिन्होंने जुल्मी