Mantra Jap se Shastra Gyan: Ram Valabh Sharan- HanumanJi Samvad
स्वामी अखंडानंद जी सरस्वती संत ‘जानकी’ घाटवाले बाबा के दर्शन करने के लिए जाते थे । उन्होंने अखंडानंदजी (ये अपने आश्रम में भी आये थे) को यह घटना बतायी थी कि रामवल्लभशरण इतने महान पंडित कैसे हुए ? रामवल्लभशरण किन्हीं संत के पास गये । संत ने पूछाः “क्या चाहिए ?” रामवल्लभशरणः “महाराज ! भगवान श्रीराम की भक्ति और शास्त्रों का ज्ञान चाहिए ।” ईमानदारी की माँग थी । सच्चाई