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Ganesh Chaturthi Ko Kyu Nahi Dekhna Chaiye Chand [Moon] Ko
Why Moon is Inauspicious On Ganesh Chaturthi 2024 Story in Hindi. Kalank Chaturthi, Ganesh Chauth Chandra Darshan Nhi Karna (Chand Ko Nahi Dekhna): ➠ गणेश चतुर्थी को ‘कलंकी चौथ’ भी कहते हैं। इस चतुर्थी का चाँद देखना वर्जित है। ➠ यदि भूल से भी चौथ का चंद्रमा दिख जाए तो ‘श्रीमद् भागवत्’ के 10वें स्कन्ध के 56-57वें अध्याय में दी गयी ‘स्यमंतक मणि की चोरी’ की कथा का आदरपूर्वक श्रवण
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ganesh ji ka anokha sanyam
GaneshJi Ka Anokha Sanyam| Vinayak Chaturthi 2024 Special Story
Ganesh Chaturthi Special Story. Vinayak Chaturthi Special Katha/ Kahani/ Story in Hindi & Marathi: ➠ “संयमशिरोणि, जितेन्द्रियों में अग्रगण्य,पार्वतीनंदन,श्रीगणेश का चंदन-विलेपित,तेजस्वी विग्रह देखकर तुलसीदेवी का मन उनकी ओर बरबस आकृष्ट हो गया।” ➠ ‘ब्रह्मवैवर्त पुराण के प्रकृति खण्ड में कथा आती है : ब्रह्मकल्प की बात है । नवयौवनसंपन्ना परम लावण्यवती तुलसीदेवी भगवान नारायण का स्मरण करती हुई तीर्थों में भ्रमण कर रही थी । वे पतितपावनी श्रीगंगाजी के पावन
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GanpatiJi Ka Swaroop Deta Hai Anokhi Prerna: Ganesh Chaturthi 2024
➠ जो इन्द्रिय-गणों का, मन-बुद्धि गणों का स्वामी है, उस अंतर्यामी विभु का ही वाचक है ‘गणेश’ शब्द । ‘गणानां पतिः इति गणपतिः ।’ ➠ उस निराकार परब्रह्म को समझाने के लिए ऋषियों ने और भगवान ने क्या लीला की है !कथा आती है, शिवजी कहीं गये थे । पार्वतीजी ने अपने योगबल से एक बालक पैदा कर उसे चौकीदारी करने रखा । ➠ शिवजी जब प्रवेश कर रहे थे
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nirakar hue sakar jab ganesh chaturthi story
Nirakar Hue Sakar Jab : Ganesh Chaturthi 2024 Special
❀ गुरु-सन्देश – जहाँ दृढ़ विश्वास एवं श्रद्धा होती है, वहाँ प्रभु स्वयं साकार रूप धारण करके भोजन स्वीकार करें, इसमें क्या आश्चर्य ! ➠ गणपति के भक्त मोरया बापा, विठ्ठल के भक्त तुकारामजी एवं श्री रघुवीर जी के भक्त श्री समर्थ – तीनों आपस में मित्र संत थे। ➠ किसी भक्त ने हक की कमाई करके,चालीस दिन के लिए अखंड कीर्तन का आयोजन करवाया । पूर्णाहुति के समय दो
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Swatantrata Diwas 15th August 2021 Par Pujya BapuJi Ka Sandesh
Swatantrata Diwas 15th August 2024 Par Pujya BapuJi Ka Sandesh
भारतवासियों में हनुमान जी जैसा बल-वीर्य, साहस, सेवाभाव और संयम आये । जब तक साहस, सेवा और संयम नहीं आयेंगे, तब तक एक ठग से, एक शोषक से बचेंगे तो दूसरे शोषक आकर शोषण करेंगे । होता भी ऐसा ही है । पहले शोषक राजाओं से बचे तो अंग्रेज शोषक आ गये, अंग्रेज शोषकों से बचे थोड़े बहुत तो दूसरे आ गये । जब तक बल-वीर्य, साहस, संयम, सामर्थ्य नहीं
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