Sant Charandas Ji Story in Hindi from Biography
Sant Charandas Ji Maharaj Story in Hindi: { मनुष्य जीवन वह सुंदर महल है जिसमें बहुत घना अँधेरा छाया हुआ है और गुरुदीक्षा एवं गुरुज्ञान के दीपक बिना वह विकार-वासनाओं, दुःख-शोक से भरा बड़ा भयावह
Sant Charandas Ji Maharaj Story in Hindi: { मनुष्य जीवन वह सुंदर महल है जिसमें बहुत घना अँधेरा छाया हुआ है और गुरुदीक्षा एवं गुरुज्ञान के दीपक बिना वह विकार-वासनाओं, दुःख-शोक से भरा बड़ा भयावह
सीताजी को रावण के बंधन से मुक्त कराने के लिए श्रीरामजी वानर-सेना सहित समुद्र पार कर चुके थे । तब रावण ने अपने दो मंत्री – शुक और सारण को वानर सेना की गुप्त जानकारियाँ
पूज्यश्री बचपन से ही अलौकिक योग्यताओं के स्वामी रहे हैं । सरलता, विनम्रता, दृढनिश्चयी व हँसमुख स्वभाव, कुशाग्र बुद्धि, जिज्ञासा वृत्ति, माता-पिता व संत सेवा जैसे सद्गुण बचपन में ही बापूजी के जीवन में खिलने
एक न्यायाधीश के पास एक बार ऐसा मुकदमा आया जिसमें दो धनी व्यक्तियों के बीच झगड़ा था और मुकदमा जीतने वाले को बहुत सारी संपत्ति मिलने वाली थी । उसमें से एक के मन में
आत्मनिष्ठ महापुरुष बड़े विलक्षण होते हैं । उनको कोई बात जँच जाती है तो स्वाभाविक ही उनसे उस बात की पुनरावृत्ति होती रहती है । जैसे नारायण बापू को जब मौज आती तो कह उठते
बापूजी को बचपन से ही सादगी प्रिय है। सफेद वस्त्र, सात्त्विक भोजन पसंद है। पूज्यश्री कभी-कभी व्रत भी करते थे और उसमें केवल फल या दूध लेते थे। बचपन में भी सफेद कुर्ता-पजामा पहनते थे।
नाथ सम्प्रदाय में श्री आमनाथजी एक सिद्ध योगी हो गये । एक बार उन्होंने शिष्यों सहित सिरमौर राज्य (वर्तमान सिरमौर जिला) के नाहन शहर के बाहर डेरा डाला । बाबाजी ने अपने शिष्य अँतवारनाथ से
रामैया नाम के एक व्यक्ति के बारे में नगरभर में यह प्रसिद्ध था कि ‘जो सुबह-सुबह रामैया की सूरत देख लेता है उसे दिनभर खाने को नहीं मिलता है ।’ इसलिए सुबह-सुबह कोई उसके सामने
काशी के एक बड़े विद्वान, जो तर्कशास्त्री तथा शास्त्रार्थ- महारथी थे, वे विभिन्न स्थानों पर अपनी विजय-पताका फहराते हुए महाराष्ट्र पहुंचे और उन्होंने स्वामी रामदासजी को शास्त्रार्थ की समर्थ चुनौती भिजवायी । समाचार पाते ही
एक गाँव में एक सज्जन व्यक्ति रहता था । धन से तो वह निर्धन था पर मन-वचन से वास्तव में धनी था । वह रोज रात्रि को अपनी अँधेरी गली में सरसों के तेल का