Manas Pujan Vidhi [Mental Worship Process] : Guru Purnima 2022 Special
Kaise Kare Manas Pujan/ Mansik Pujan [Mental Worship] Vidhi : मानस पूजा ( गुरु पूनम पर विशेष ) गुरु पूर्णिमा अर्थात् गुरु के पूजन का पर्व । किंतु आज सब लोग अगर गुरु को नहलाने
Kaise Kare Manas Pujan/ Mansik Pujan [Mental Worship] Vidhi : मानस पूजा ( गुरु पूनम पर विशेष ) गुरु पूर्णिमा अर्थात् गुरु के पूजन का पर्व । किंतु आज सब लोग अगर गुरु को नहलाने
|| श्री सदगुरु परमात्मने नमः || ➠ हाथ जोड़कर सभी प्रार्थना करेंगे – गुरुब्रह्या ग़ुरुर्विष्णु: गुरुर्देवो महेश्वर: | गुरुर्साक्षात्परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥ ध्यानमूलं गुरोर्मूर्ति: पूजामूलं गुरो: पदम् | मंत्रमूल गुरोर्वाक्यं मोक्षमूलं गुरोः कृपा ॥
मंत्र सिद्धि का अचूक उपाय :- जपमाला पूजा शास्त्रों के अनुसार जपमाला जाग्रत होती है, यानी वह जड़ नहीं, चेतन होती है। माना जाता है कि देव शक्तियों के ध्यान के साथ हाथ, अंगूठे या
Guru Shishya Ka Rishta [Guru Shishya Tradition Relationship Story in Hindi] “बाबा ! आप मेरे गुरुजी हैं । जन्म-जन्म से आप मेरे हैं । और यहाँ इसी गुफा में मैंने पूर्वजन्म में अनेक वर्षों तक
Ek Real Story China Peak Nainital ki in Hindi एक बार नैनीताल में गुरुदेव (स्वामी श्री लीलाशाहजी महाराज) के पास कुछ लोग आये । वे ‘चाइना पीक’ (हिमालय पर्वत का एक प्रसिद्ध शिखर देखना चाहते
Meaning of Guru Purnima in Hindi [Guru Purnima Importance, Mahatva and Significance in Hindi] : गुरुपूनम के दिन जो शिष्य ब्रह्मवेत्ता सद्गुरु के श्रीचरणों में पहुँचकर संयम-श्रद्धा-भक्ति से उनका पूजन करता है उसे वर्षभर के
‘हे गुरुपूर्णिमा ! हे व्यासपूर्णिमा ! तू कृपा करना…. गुरुदेव के साथ मेरी श्रद्धा की डोर कभी टूटने न पाये…. मैं प्रार्थना करता हूँ गुरुवर ! आपके श्रीचरणों में मेरी श्रद्धा बनी रहे, जब तक
बंगला रामायण में एक कथा आती है कि समुद्र-पार जाने हेतु भगवान श्रीरामजी की वानर-सेना सेतु बाँधने के कार्य में लगी थी । एक गिलहरी ने सोचा कि ‘सब रामकाज में लगे हैं तो मैं
श्री रामजी का आदर्श जीवन, उनका आदर्श चरित्र….. उस जीवन की कहानी है जो हर मनुष्य के लिए अनुकरणीय है । श्रीरामजी सारगर्भित, प्रसंगोचित बोलते थे । श्रीरामजी दूसरों की बात बड़े ध्यान व आदर
सीताजी को रावण के बंधन से मुक्त कराने के लिए श्रीरामजी वानर-सेना सहित समुद्र पार कर चुके थे । तब रावण ने अपने दो मंत्री – शुक और सारण को वानर सेना की गुप्त जानकारियाँ