Guru Vachan Karte hai Raksha : With a short Story of Raghu Raja
❀ गुरुवचन करते हैं रक्षण !! – पूज्य संत श्री आशाराम बापू जी ➠ ‘राजवैभव में, घर-बार में काम, क्रोध, लोभ वासनाओं की बहुलता होती है और ईश्वर को पाना ही मनुष्य जीवन का सार
❀ गुरुवचन करते हैं रक्षण !! – पूज्य संत श्री आशाराम बापू जी ➠ ‘राजवैभव में, घर-बार में काम, क्रोध, लोभ वासनाओं की बहुलता होती है और ईश्वर को पाना ही मनुष्य जीवन का सार
Bhagwan Shri RamJi Ki Lambi Aayu (Age) Ke lie HanumanJi Ne Kya Kia tha? Hanuman Ji Par Sindur Kyu Lagate Hai? : भगवान श्री रामचंद्र जी के अनन्य भक्त हनुमान जी ने एक मंगलवार को
“मैं एक ही जप करता हूँ, ʹनाथ केवल एक है, एकनाथ सत्य है। नाथ केवल….. ʹ मैं आपके नाम का ही जप करता रहता हूँ।” एकनाथ जी के आश्रम में गावबा नाम का उनका एक
नैमिषारण्य ( जो लखनऊ के पास है ) में शबर जाति का कृपालु नाम का एक व्यक्ति ʹवृक्ष-नमनʹ मंत्रविद्या जानता था। उसकी विद्या में ऐसा प्रभाव था कि खजूर के वृक्ष झुक जाते थे और
पुराने समय में ज्ञान सम्पन्न गुरु और योग्य शिष्यों को बहुत ही सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है । कुलीन राजघरानों और ब्राहमणों के पुत्र शिक्षा प्राप्त करने के लिए गुरुकुल और आश्रमों की
जिसने अपने में ही आत्मतृप्ति का अनुभव कर लिया हो उसे कभी कोई हानि नहीं पहुँचा सकता। वे जहाँ भी रहते हैं वहाँ अपनी महिमा में ही मस्त रहते हैं। एक बार पूज्य बापूजी (साईं
अहमदाबाद की मेनका चंदानी जी जिनको सन् 1974 से पूज्य बापूजी के श्री चरणों में प्रत्यक्ष सत्संग श्रवण का सौभाग्य मिला। वे पूज्य श्री के सत्संग सान्निध्य की महिमा से ओतप्रोत एक अनुभव बताती हैं
-स्वामी श्री लीलाशाहजी महाराज की अमृतवाणी Swami Leelashah Ji Maharaj Ki Amritwani : एक बार एक संत श्री राजदरबार में गये और इधर-उधर देखने लगे । मंत्री ने आकर संत श्री से कहा : “हे
सदगुरु सदैव अपने शिष्य पर रहमत की बरसात करते ही रहते हैं। धन्य हैं जो गुरु कृपा को पचाते हैं। सिख गुरु अमरदास जी (Guru Amardas) की उम्र लगभग 105 वर्ष हो गयी थी, तब
(Sant Ramdas ji) संत रामदास काठिया बाबाजी के शिष्य हो गये गरीबदास जी (Garib das Ji)। वे पढ़े-लिखे नहीं थे लेकिन उनके हृदय में अपने गुरुदेव के प्रति अगाध भक्ति थी परंतु बाबा रामदासजी उनसे