Durga Puja: Aadi Shakti Maa Ki Puja Ka Festival Navratri 2024
Navratri Vrat Anusthan Puja Ka Mahatva
आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक का पर्व शारदीय नवरात्र के रूप में जाना जाता है । यह व्रत उपवास, आद्यशक्ति माँ जगदम्बा के पूजन-अर्चन व जप ध्यान का पर्व है । ‘देवी भागवत में आता है कि विद्या, धन व पुत्र के अभिलाषी को नवरात्र व्रत का अनुष्ठान करना चाहिए । जिसका राज्य छिन गया हो, ऐसे नरेश को पुनः गद्दी पर बिठाने की क्षमता इस व्रत में है । नवरात्र में प्रतिदिन देवी-पूजन, हवन व कुमारी-पूजन करें तथा ब्राह्मण-भोजन करायें तो नवरात्र-व्रत पूरा होता है – ऐसी उक्ति है ।
Things to Remember at Kanya Pujan
नवरात्र के दिनों में भजन-कीर्तन गाके, वाद्य बजा के और नाचकर बड़े समारोह के साथ उत्सव मनाना चाहिए । भूमि पर शयन एवं यथाशक्ति कन्याओं को भोजन कराना चाहिए किंतु एक वर्ष व उस से कम उम्र की कन्या नहीं लेनी चाहिए । 2 से 10 वर्ष तक की कन्या को ही लिया जा सकता है ।
Durga Ashtami par vishesh Pujan Kyu Jaruri Hai.?
‘देवी भागवत’ में कहा गया है कि दक्ष के यज्ञ का विध्वंस करने वाली भगवती भद्रकाली का अवतार अष्टमी तिथि को हुआ था । मनुष्य यदि नवरात्रि में प्रतिदिन पूजा करने में असमर्थ हो तो अष्टमी के दिन उसे विशेष रूप से पूजन करना चाहिए ।
Agar Koi 9 Din Vrat Nahi Rakh Sake to Kya Kare.?
यदि कोई पूरे नवरात्र के उपवास न कर सकता हो तो सप्तमी, अष्टमी और नवमी- तीन दिन उपवास करके देवी की पूजा करने से वह सम्पूर्ण नवरात्रि के उपवास के फल को प्राप्त करता है ।
Navratri Me Ratri Jaagran Karna Chahiye.?
नवरात्र पर उत्तम जागरण वह है, जिसमें
(1) शास्त्र-अनुसार चर्चा हो
(2) दीपक हो
(3) भक्तिभाव से युक्त माँ का कीर्तन हो
(4) वाद्य, ताल आदि से युक्त सात्विक संगीत हो
(5) प्रसन्नता हो
(6) सात्विक नृत्य हो, ऐसा नहीं कि डिस्को या अन्य कोई पाश्चात्य नृत्य किया
(7) माँ जगदम्बा पर नजर हो, ऐसा नहीं कि किसी को गंदी नजर से देखा
(8) मनोरंजन सात्विक हो, रस्साकशी,लाठी-खेल आदि कार्यक्रम हों ।