Jagannath Das Babaji Maharaj: An Inspirational Story in Hindi
Jagannath Das Babaji Maharaj; A Short Story in Hindi: एक संत थे, जिनका नाम था जगन्नाथदास महाराज । वे भगवान को प्रीतिपूर्वक भजते थे। वे जब वृद्ध हुए तो थोड़े बीमार रहने लगे । उनके
Jagannath Das Babaji Maharaj; A Short Story in Hindi: एक संत थे, जिनका नाम था जगन्नाथदास महाराज । वे भगवान को प्रीतिपूर्वक भजते थे। वे जब वृद्ध हुए तो थोड़े बीमार रहने लगे । उनके
पटना (बिहार) में एक संयमी, सदाचारी सज्जन रहते थे – बाबू रामदास । वे सरकारी नौकरी में ऊँचे पद पर थे । उनका पाँच वर्ष का पुत्र था कालिदास । रामदासजी अपने पुत्र में अच्छे
➠ संत ज्ञानेश्वर महाराज का जन्म भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की मध्यरात्रि में हुआ था । यह परम पावन पर्वकाल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का था । एक बार संत ज्ञानेश्वरजी, निवृत्तिनाथजी, सोपानदेवजी व मुक्ताबाई
एक बार महात्मा गांधी राजकोट में सौराष्ट्र काठियावाड़ राज्य प्रजा परिषद के सम्मेलन में भाग ले रहे थे । वह गणमान्य व्यक्तियों के बीच मंच पर बैठे थे ।उनकी दृष्टि सभा में बैठी एक वृद्ध
Sahibzada Zorawar Singh and Fateh Singh Story in Hindi: छोटी सी उम्र में ही उन्हें इतने बड़े संकट का सामना करना पड़ा । धर्म छोड़ने के लिए पहले लालच और कठोर यातनाएँ दी गयीं परन्तु
Example of Changing Negative Thoughts to Positive thoughts: दो मित्र थे । दोनों पढ़े लिखे थे लेकिन एक था सदा संतोषी और दूसरा था सदा असंतोषी । दोनों बड़े हुए । एक रेलवे का ड्राइवर बना
एक बार गुरु के दर पर आ गये तो फिर क्यों लौटना ? दृढ़ प्रीति का संदेश सुनाती हुई यह कहानी….. एक युवराज घर छोड़कर भगवान के रास्ते गया और वृंदावन में जाकर रहने लगा
Bhartiya Sanskriti Ke Sanskar or Indian Culture Values in Hindi: मिथिला में एक विद्वान ब्राह्मण भवनाथ मिश्र विद्यार्थियों को पढ़ाते थे । उनकी आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी, फिर भी वे किसी से किसी वस्तु
Maa Ke Sanskar in Swami Vivekananda’s Life: Matru Pitru Pujan Divas 2021 Special संतान पर माता-पिता के गुणों का बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता है । पूरे परिवार में माँ के जीवन और उसकी शिक्षा का
Swami Vivekananda Speech in Chicago 1893: Importance of Indian Culture/ Hindu Dharam आज से 129 वर्ष पूर्व सन् 1893 में शिकागो में जब विश्व धर्म परिषद (वर्ल्ड रिलीजियस पार्लियामेंट) का आयोजन हुआ था तब भारत