सद्गुरु तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं… Guru Nanak Ji Jayanti
(Guru Nanak Ji Jayanti | गुरु नानकजी जयंती : 19 नवम्बर ) -पूज्य बापूजी ब्रह्मवेत्ता गुरु ने अपने सत्शिष्य पर कृपा बरसाते हुए कहा : ‘‘वत्स ! तेरा-मेरा मिलन हुआ है ( तूने मंत्रदीक्षा ली
(Guru Nanak Ji Jayanti | गुरु नानकजी जयंती : 19 नवम्बर ) -पूज्य बापूजी ब्रह्मवेत्ता गुरु ने अपने सत्शिष्य पर कृपा बरसाते हुए कहा : ‘‘वत्स ! तेरा-मेरा मिलन हुआ है ( तूने मंत्रदीक्षा ली
क्या आपने देखे हैं कभी लाल रंग के आँवले (Red Color Amla) ….??? अगर नहीं ! तो इस पूरी धरती पर ये फलाफूला एक मात्र आँवले का वृक्ष आपको संत श्री आशारामजी बापू की कुटीर
-पूज्य बापूजी “अनुशासन (Discipline) में प्यार और सामने वाले का हित तथा शुद्ध ज्ञान और मंगल भावना नहीं भरी है तो वह अनुशासन अहमपोषक और शासितों को सतानेवाला हो जाएगा। बिना प्यार का अनुशासन (Discipline) झगड़ा,
? मौन से शक्तिसंचय ? 【बोलने से नहीं, चुप रहने से होता है ज्यादा लाभ..】 ▪ मौन से शक्ति की सुरक्षा, संकल्पबल में वृद्धि तथा मन के आवेगों पर नियंत्रण होता है। मानसिक तनाव दूर
➠ शिक्षक का चरित्र ज्वाज्वल्यमान अग्नि के समान हो, जिससे उच्चतम शिक्षा का सजीव आदर्श शिष्य के सामने बना रहे। ➠ सच्चा शिक्षक वही है जो विद्यार्थी को सीखने के लिए तत्काल उसी की मनोभूमि
फरवरी 2006 में नासिक में पूज्यश्री के श्रीमुख से नि:सृत अमृतवचन (Bapuji’s Hearts Desire) बच्चों के कौन-कौन-से केंद्र में क्या-क्या खजाने छुपे हैं,इस बात को मैं जानता हूँ। इसीलिए विद्यार्थी शिविर में बच्चों को बुलाते
माँ ने ऐसे संस्कार डाले कि बालक विनोबाजी के मन से डर हमेशा के लिए विदा हो गया… एक रात विनोबाजी (Vinoba Bhave) दीवार पर एक काला भूत (बड़ी परछाई) देखकर बहुत डर गये ।
आज रात के बारह बजे मैं जिस कमरे (500 कमरों से) में सो रहा होऊँगा वहाँ आकर मुझे जगा दो तो मैं आत्मा की शक्ति को स्वीकार करूँगा। सन् 1910 की एक घटित घटना है…..:
चाटुकार मंत्रियों के बहकावे में आकर एक बार अकबर ने बीरबल को नीचा दिखाने की एक युक्ति सोची । उसने राजदरबार मेें बीरबल के आने से पहले सभी दरबारियों को एक-एक अंडा देते हुए कहा
प्रजापालक यदि न्यायप्रिय, उदार तथा प्रजा का भला चाहनेवाला होता है तो सारी प्रजा के हृदय में उसके लिए बड़ा आदर एवं ऊँचा स्थान हो जाता है । इतना ही नहीं, उसके वंशजों को भी