“मैं बारहवीं का छात्र हूँ । पहले मैं पढ़ाई में बहुत कमजोर था। खेलकूद तथा स्कूल की किसी भी प्रवृत्ति में मेरा मन नहीं लगता था।
सन् 2006 में माता-पिता ने मुझे पूज्य बापू जी से सारस्वत्य मंत्र की दीक्षा दिला दी थी।
मैंने मंत्रजप, भ्रामरी प्राणायाम तथा बापू जी द्वारा बताये गये अन्य प्रयोग शुरु कर दिये। मैंने 2 अनुष्ठान किये तो उनके चमत्कारिक फायदे मुझे देखने को मिले।
वर्ष 2011 में जी.के. ओलम्पियाड (G.K. OLYMPIAD ) में राज्य में पहला तथा भारत भर में चौथा स्थान प्राप्त कर मैंने स्वर्णपदक पाया तथा विज्ञान ओलम्पियाड (SCIENCE OLYMPIAD ) में रजत पदक पाया। करुणासिंधु गुरुदेव पूज्य बापू जी की महिमा अपार है !”
~पंकज शर्मा, निजामपुर, जि. बुलंदशहर (उ.प्र.)
– सारस्वत्य मंत्र की दीक्षा लेकर कई विद्यार्थियों ने अपना भविष्य उज्ज्वल बनाया है। आप भी ऐसे सौभाग्यशाली बनिये।