वे तुम्हें ऊँचा उठाना चाहते हैं….
एक ब्राह्मण का पुत्र था, काशी पढ़ने गया । पढ़ के लौट रहा था तो वहाँ के लोगों ने सम्मान किया कि ‘गुरुकुल में पहला नम्बर आया है, बड़ा विद्वान है । आदर – सत्कार
एक ब्राह्मण का पुत्र था, काशी पढ़ने गया । पढ़ के लौट रहा था तो वहाँ के लोगों ने सम्मान किया कि ‘गुरुकुल में पहला नम्बर आया है, बड़ा विद्वान है । आदर – सत्कार
फिर गणपति जी आये शिव – पार्वती के पास । माता – पिता का हाथ पकड़ कर दोनों को ऊँचे आसन पर बिठाया, पत्र-पुष्प से उनके श्रीचरणों की पूजा की और प्रदक्षिणा करने लगे ।
युधिष्ठिर ने पूछा : पितामह ! धर्म का रास्ता बहुत बड़ा है और उसकी अनेकों शाखाएँ हैं । इनमें से किस धर्म को आप सबसे प्रधान एवं विशेष रूप से आचरण में लाने योग्य समझते
एक बालक बचपन में ही पितृहीन हो गया था, एक दिन उसने अपनी माँ से पूछा : “माता ! मेरे सभी साथी अपने – अपने पिता की बात करते हैं, क्या मेरे पिता नहीं हैं
Why to Celebrate Parents Worship Day instead of Valentine’s Day 2022: प्रेम-दिवस ( वेलेन्टाइन डे | Valentines Day ) के नाम पर विनाशकारी कामविकार का विकास हो रहा है, जो आगे चलकर चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, खोखलापन,