अद्भुत है गीता ग्रंथ !
अद्भुत है गीता ग्रंथ ! – पूज्य बापूजी सारे वेदों का, उपनिषदों का अमृत सरल भाषा में जिस ग्रंथ में है और जो सभी तक पहुँचे ऐसा ग्रंथ है श्रीमद्भगवद्गीता । भगवद्गीता ने क्रांति कर
अद्भुत है गीता ग्रंथ ! – पूज्य बापूजी सारे वेदों का, उपनिषदों का अमृत सरल भाषा में जिस ग्रंथ में है और जो सभी तक पहुँचे ऐसा ग्रंथ है श्रीमद्भगवद्गीता । भगवद्गीता ने क्रांति कर
‘गीता’ में वर्णित चार विद्याएँ श्रीमद्भगवद्गीता में चार विद्याओं का वर्णन आता है : (1) अभय विद्या : मौत का भय निवृत्त करनेवाली विद्या का नाम है ‘अभय विद्या’ । जैसे घड़े का आकाश और
प्रभु सौ-सौ अश्वमेध यज्ञ करने के बाद भी कोई विरला ही इन्द्रपद को पाता है । इस आदमी ने न तो अश्वमेघ किये, न दान पुण्य किया, न लाख-दो लाख पेड़-पौधे लगाये, न व्रत-उपवास किये,
खुशखबरी.. खुशखबरी.. आ गया नववर्ष का उपहार: Hindu Tithi Calendar 2022 2022 Hindu Calendar with Tithi Previous Next इनमें ऐसी प्रेरणाएँ और सूत्र हैं जिनसे मन में उत्साह रहेगा, व्यवहार में सौहार्द रहेगा, घर में
खीर को ‘ रसराज ‘ कहते हैं । सीता जी को अशोक वाटिका में रखा गया था । रावण के घर का तो क्या खायेंगी सीताजी ! तो इन्द्रदेव उन्हें खीर भेजते थे । खीर
‘श्रीमद् भागवत’ के ग्यारहवें स्कंध के तेरहवें अध्याय के चौथे श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण उद्धवजी को बोलते हैं : आगमोऽपः प्रजा देशः कालः कर्म च जन्म च । ध्यानं मन्त्रोऽथ संस्कारो दशैते गुणहेतवः ।। ‘शास्त्र, जल, प्रजा जन, देश, समय, कर्म, जन्म, ध्यान, मंत्र और संस्कार – ये दस वस्तुएँ यदि सात्विक हों तो सत्वगुण की, राजसिक हों तो रजोगुण की और तामसिक हों तो तमोगुण की
➠ एकनाथ जी महाराज श्राद्धकर्म कर रहे थे। उनके यहाँ स्वादिष्ट व्यंजन बन रहे थे। भिखमंगे लोग उनके द्वार से गुजरे। उन्हें बड़ी लिज्जतदार खुश्बू आयी। वे आपस में चर्चा करने लगेः “आज तो श्राद्ध
➠ सुनी है एक कथाः….~ महाभारत के युद्ध में दुर्योधन का विश्वासपात्र मित्र कर्ण देह छोड़कर ऊर्ध्वलोक में गया एवं वीरोचित गति को प्राप्त हुआ। ➠ मृत्युलोक में वह दान करने के लिए प्रसिद्ध था।
Pitu Paksha 2020 Shradh Special : ➠ विष्णु पुराण के अनुसार, श्राद्धकाल में भक्तिपूर्वक श्रेष्ठ ब्राह्मणों को यथाशक्ति भोजन कराना चाहिए । इसमें असमर्थ होने पर श्रेष्ठ ब्राह्मणों को कच्चा धान्य और थोड़ी दक्षिणा देने
Pirtu Paksh 2021 Special Story, Importance of Pitru Paksh [Shah Jahan Letter to Auragzeb in Hindi] ➠ औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहाँ को कैद कर दिया था तब शाहजहाँ ने अपने बेटे को लिख भेजाः