परीक्षा के दिनों में जो विद्यार्थी अधिक चिंतित और परेशान रहते हैं, वे साल भर मेहनत करने के बाद भी अच्छे अंकों से पास नहीं हो पाते। नीचे दी गई बातों का ध्यान रखकर पढ़ाई करने से सफलता अवश्य मिलेगी :
(१) समय नियोजन : कब क्या करना- इसका नियोजन करने से सब व्यवस्थित होता है इसलिए हर विद्यार्थी को अपनी समय सारणी बनानी ही चाहिए। जप, त्राटक, खेल, भोजन, नींद पढ़ाई आदि का समय निश्चित करके समय-सारणी बना लें। रात को देर तक ना जाग के सुबह जल्दी उठकर पढ़ें। इसके साथ ही पाठ्यक्रम के अनुसार प्राथमिकता तय करें, जिससे सभी विषयों का अध्ययन हो सके। सुनियोजित कार्य सर्व सफलताओं की कुंजी है।
(२) थकावट महसूस हो तो क्या करें – पढ़ाई करते समय हर दो-तीन घंटे में 5-10 मिनट मस्तिष्क को आराम दें। इस दौरान थोड़ा भगवान नाम उच्चारण करें कीर्तन गुनगुनायें और शांत एकाग्र हो जाएँ । 5-6 घंटे बैठक होने पर थोड़ा कूदे-फाँदे, खुली हवा में टहलें अथवा कोई शारीरिक कार्य करें। इससे मानसिक थकावट दूर हो जाएगी और फिर नए उत्साह से मन पढ़ने में लगेगा।
(३) घबराहट महसूस हो तो क्या करें : परीक्षा के दिनों में घबराहट महसूस हो तो खुली जगह में बैठ जाए। ‘देव-मानव-हास्य प्रयोग’ करें । फिर 5-10 मिनट ॐकार का गुंजन करें और दृढ़ संकल्प करें। गुरुकृपा-भगवतकृपा पर भरोसा रखकर पुरुषार्थ करें। इससे सकारात्मक विचारों का उदय होता है। आत्मविश्वास बढ़ता है और घबराहट चली जाती है।
📶सफलता की महाकुंजियां🔑
🔑पढ़ने के पहले जीभ तालु में लगाकर कल के पढ़े हुए का स्मरण कर लें और पढ़ने के बाद आज पढ़े हुए का स्मरण करने तथा पढ़ते-पढ़ते बीच-बीच में भी जीभ तालु में लगाते जाएँ तो पढ़ा हुआ सहज में याद हो जायेगा।
जीभ तालु में लगाकर पढ़ने वाले गजब की सफलता पाते हैं
🔑’श्री आशारामायण’ के पाठ में आता है~
108 जो पाठ करेंगे, उनके सारे कारज सरेंगे।।
दाहोद-इंदौर के बीच स्थित अमझेरा गांव में जब बारिश की तंगी होती है तब 108 पाठ पूरे होने के पहले ही बारिश हो जाती है । हजारों किसानों का असंख्य बार अनुभव है। किसान बारिश कराते हैं तो अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने में तुम्हारे बाप का क्या जाता है ? बापू के बच्चे, नहीं रहते कच्चे !…
है ना याद …..?
शाबाश !!!
ॐ ॐ ॐ….
हा हा हा….
📚लोक कल्याण सेतु/फरवरी२०१५