siddhasan

पद्मासन के बाद सिद्धासन का स्थान आता है । अलौकिक सिद्धियाँ प्राप्त करने वाला होने के कारण इसका नाम सिद्धासन पड़ा है । सिद्ध योगियों का यह प्रिय आसन है । यमों में ब्रह्मचर्य श्रेष्ठ है, नियमों में शौच श्रेष्ठ है वैसे आसनों में सिद्धासन श्रेष्ठ है ।

ध्यान आज्ञाचक्र में और श्वास, दीर्घ, स्वाभाविक ।