Holi Festival Special Story of RamJi, Laxman and SitaJi
होली के दिन लक्ष्मण जी को श्री राम की चरणसेवा मिली थी । इस बारे में एक लोककथा प्रचलित है : श्री राम विवाह के बाद अयोध्या पधारे, तब उनकी चरणसेवा लक्ष्मण जी के स्थान
होली के दिन लक्ष्मण जी को श्री राम की चरणसेवा मिली थी । इस बारे में एक लोककथा प्रचलित है : श्री राम विवाह के बाद अयोध्या पधारे, तब उनकी चरणसेवा लक्ष्मण जी के स्थान
होली रंगों का त्यौहार है । रंग जरूर खेलो, मगर गुरुज्ञान का रंग खेलो । रासायनिक रंगों से तो हर साल होली खेलते हो, इस बार गुरुज्ञान के रंग से अपने हृदय को रँग लो
Health Benefits of Palash Flowers, Uses of Palash in Hindi वसंत ऋतु का आगमन होते ही पलाश का वृक्ष अपने मनमोहक फूलों से दूर से ही नेत्रों को आकर्षित करने लगता है । कहा जाता
What is Holi Festival and Why is it Celebrated [History of Holi Festival] सनातन धर्म में होली हिन्दुओं का राष्ट्रीय, सामाजिक और आध्यात्मिक पर्व है । इस पर्व के पीछे सद्वृत्ति में अडिग प्रह्लाद की
Play Audio Now [Adwait Holi Path: Holi Jali to Kya Jali होली जली तो क्या जली… होली जली तो क्या जली पापिन अविद्या नहीं जली । आशा जली नहीं राक्षसी, तृष्णा पिशाची नहीं जली ।।
सन् 2001 में दिल्ली के ‘टॉक्सिक लिंक’ तथा ‘वातावरण’ नामक संगठनों ने अध्ययन के दौरान पाया कि आजकल होली के रंग जिन तीन रूपों में आते हैं (पेस्ट, सूखे रंग और पानी के रंग) वे
मैं सात साल के आसपास का था तब की बात है । होली के दिन माँ ने एक मोटी रोटी बनायी, जिसको रोट बोलते हैं । उस पर से बायें और ऊपर से नीचे धागा
होली के दिन किया हुआ जप लाख गुना फलदायी होता है । यह साफल्य-दिवस है, घुमक्कड़ों की नाई भटकने का दिन नहीं है । मौन रहना, उपवास पर रहना, फलाहार करना और अपना-अपना गुरु मंत्र
How to Make Natural & Chemical Free Holi Colours at Home ? चटक केसरिया रंग : पलाश के फूलों को रातभर भिगोकर उबाल लें ।आयुर्वेद ने प्राकृतिक रंगों में पलाश के रंग को बहुत महत्त्वपूर्ण
Happy Holi Precautions & Safety Tips for Kids, Females for Holi 2024 प्राचीन काल में पलाश के फूलों से तैयार सात्त्विक रंग अथवा गुलाल, कुमकुम, हल्दी से होली खेली जाती थी । लेकिन आज के