Pujya AsharamJi BapuJi’s Sandesh on Shri Kirshna Janmashtami 2021 :

‘……………यही मेरा हार्दिक शुभ संकल्प है…!!’ – पूज्य बापूजी

➠ जन्माष्टमी पर हम संकल्प करें कि ‘गीता के संदेश को, आत्मा-परमात्मा के योग के संदेश को, आत्मज्ञान के अमृत को हम भी पियें तथा जगत में भी इस जगद्गुरु का प्रसाद बाँटे।’

कृष्णम वंदे जगद्गुरुम्।

➠ श्री कृष्ण का जन्मोत्सव तो तब पूर्ण माना जाएगा, जब हम उनके सिद्धांतों को समझेंगे तथा उन्हें अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे ।

➠ जैसे गोकुल में कंस का राज्य नहीं रह सकता, ऐसे ही तुम्हारे इंद्रियों के गाँव में अर्थात् शरीर में भी कंस का अर्थात् अहंकार का राज्य न रहे अपितु श्री कृष्ण की प्रेम, समत्व की बंसी बजे, हर परिस्थिति में समता, प्रसन्नता की बंसी बजे…, यही जन्माष्टमी का हेतु है ।

➠ श्रीकृष्ण का जीवन एक समग्र जीवन है । उसमें से आप जो कुछ भी पाना चाहें पा सकते हैं उनके जीवन की प्रत्येक घटना, प्रत्येक लीला आपको कुछ-ना-कुछ संदेश अवश्य देती है। आप उन्हें अपनाकर, उनका अनुसरण कर अवश्य ही वहाँ तक पहुँच सकते हैं जहाँ श्री कृष्ण स्वयं हैं।

आप श्री कृष्ण के जीवन को आदर्श बनाकर उनके अनुसार आचरण कर उस पथ के पथिक बन सकें, यही मेरा हार्दिक शुभ संकल्प है।

लोक कल्याण सेतु/अगस्त २०१५/२१८