[Sharad Purnima Special Kheer, Benefits of Kheer on Sharad Poonam 2024]:
- एक लोभी सेठ था । खाने का लोभी… पत्नी तो मर गई थी , रसोइये को बोला खीर बना दे । मैं घूमकर आता हूँ । रास्ते में कोई मिला,पूछा- “कहाँ जा रहे हो।” “शादी में” “चलो मैं भी आता हूँ ।” चटोरा तो था , खाया इतना खाया कि खाने का माल गले तक भरा ।
- अब खीर तो है महँगी, केसर-वेसर डाला है । ये रसोइया खा जाएगा । उस लोभी चालाक ने नौकर को झुठलाया बोले तू भी सो जा रामू , मैं भी सो जाता हूँ,रात को जिसे बढ़िया सपना आएगा वो सुबह भर पेट खीर खायेगा ।
- सुबह हुआ बोले -” ले आओ खीर,कीमती खीर ” “सेठजी पहले अपना स्वप्ना बताइये ।” सेठ ने अपनी बंडलबाजी चालू किया “I was the Prime Minister of India. इससे बड़ा सपना तेरे को नहीं आ सकता ।” लेकिन रामू मुस्कराना लगा । सेठ ने देखा कि हो सकता है इसने बड़ा सपना देखा हो । बोला-“ठहर.. ठहर… ठहर… फिर इंद्र देवता को पता चला । मैं इन्द्र का guest हुआ । रामू मुस्कराया.. बोले -“रूकना… फिर ब्रह्मा, विष्णु,शिवजी को भी पता चला । मैं उनका भी मुख्य अतिथि हुआ फिर मेरी आगता-स्वागता हुआ । इससे बड़ा सपना तो तेरे बाप को भी नहीं आ सकता । मेरी जीत हो गई , लाओ मेरी खीर ।”
- रामू कहता है सेठजी मेरी भी तो सुनों -“मुझे रात को स्वप्ना आया । गुरूजी आएं हैं और बड़ी-बड़ी आँखे दिखा रहे हैं,हाथ में डंडा लिए हुए हैं,ऐसा गुरूजी को कभी नहीं देखा । गुरूजी नाराज दिखाई दिए तू मेरा चेला होकर सर्दी की रातों में भूखा मर रहा है। खीर वहाँ खराब हो रही है और नींद यहाँ खराब हो रही है । खीर खाता है कि डंडा खाता है.. मेरा चेला होकर भविष्य की कल्पना करता है , भूतकाल में गिरता है .. बापू का बच्चा , नहीं रहता कच्चा खीर खाता है कि डंडा.. मैं तो उठा ।” “फिर क्या हुआ ???” मैंने तो खीर खाई भरपेट । थोड़ी सी बची थी , कुतिया थी बेचारी बच्चों वाली , मैने उसको डाल दी । ये चमचम चमकता चाँदी का चम्मच लीजिए और तपेली साफ कर दी ।” ” पागल मुझे क्यों नहीं बुलाया ? ” ” Security tight.. Prime Minister of India. अगर मैं वहाँ भी पहुँचता तो स्वर्ग में इधर-उधर गए । वो सब तुम्हें मुबारक है । हमें तो वर्तमान में अपने-आप में खुश रहने दो ।