Tips for Pregnant Women for Chandra Grahan B
Tips for Pregnant Women for Chandra Grahan
  • गर्भिणी के लिए ग्रहण के कुछ नियम विशेष पालनीय होते हैं । इन्हें कपोलकल्पित बातें अथवा अंधविश्वास नहीं मानना चाहिए, इनके पीछे शास्त्रोक्त कारण हैं ।
  • ग्रहण के प्रभाव से वातावरण, पशु-पक्षियों के आचरण आदि में परिवर्तन दिखाई देते हैं इससे स्पष्ट है कि मानवीय शरीर तथा मन के क्रिया-कलापों में भी परिवर्तन होते हैं ।
  • ग्रहणकाल में कुछ कार्य करने से आशातीत लाभ होते हैं और कुछ से अत्याधिक हानि । सभी उन्हें न भी समझ सकें परंतु उनका पालन करना अति आवश्यक है इसलिए हमारे हितैषी ऋषि-मुनियों के द्वारा इन कार्यों का नियम के रूप में समाज में प्रचलन किया गया है । ध्यान रहे, इन नियमों से गर्भवती को भलीभाँति अवगत करायें परंतु भयभीत नहीं करें । भय का गर्भ पर विपरीत असर पड़ता है ।

Chandra Grahan 2023 Tips For Pregnant Ladies

Things Not to Be Done in Pregnancy during Chandra Grahan [Kya Nahi Kare]

  • ग्रहण के दौरान गर्भिणी को लोहे से बनी वस्तुओं से दूर रहना चाहिए । वह अगर चश्मा लगाती हो और चश्मा लोहे का हो तो उसे ग्रहणकाल के दौरान निकाल देना चाहिए । बालों पर लगी पिन या शरीर पर धारण किये हुए नकली गहने भी उतार दें । चाकू, कैंची, पेन, पेंसिल, सुई जैसी नुकीली चीजों का प्रयोग कदापि न करें । किसी भी लोहे की वस्तु, बर्तन, दरवाजे की कुंडी, ताला आदि को स्पर्श न करें ।
  • ग्रहण काल में भोजन बनाना, साफ-सफाई आदि घरेलू काम, पढ़ाई-लिखाई, कम्प्यूटर वर्क, नौकरी या बिजनेस आदि से संबंधित कोई भी काम नहीं करने चाहिए क्योंकि इस समय काम करने से शारीरिक और बौद्धिक क्षमता क्षीण होती है ।
  • ग्रहणकाल में घर से बाहर निकलना, यात्रा करना, चन्द्र अथवा सूर्य के दर्शन करना निषिद्ध है ।
  • इस दौरान पानी पीना, भोजन करना, लघुशंका अथवा शौच जाना, सोना या स्नान करना, वज्रासन में बैठना भी निषिद्ध है । ग्रहणकाल से 4 घंटे पूर्व इस प्रकार अन्न-पान करें कि ग्रहण के दौरान शौचादि के लिए जाना न पड़े ।
  • ग्रहण के दौरान सेल्युलर फोन (मोबाइल) से निकले रेडिएशन्स से शिशु में स्थायी विकृति या मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकता है अत: इस समय मातायें फोन से दूर रहें ।

What should a pregnant woman do during Grahan? [Kya Karna Chaiye Chandra Grahan Me]

  • चंद्रग्रहण में 3 प्रहर (9 घंटे) पहले से सूतक माना जाता है । जो गर्भवती माताएँ हैं वे ग्रहण से 1 से 1.5 प्रहर (4 से 4.30 घंटे) पहले तक खा-पी लें तो चल सकता है ।
  • गर्भवती ग्रहणकाल में गले में तुलसी की माला व चोटी में कुश धारण कर लें ।
  • ग्रहण से पूर्व देशी गाय के गोबर में तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर पेट पर गोलाई से लेप करें । देशी गाय का गोबर उपलब्ध न हो तो गेरु मिट्टी अथवा शुद्ध मिट्टी का ही लेप कर लें, इससे ग्रहण के दुष्प्रभाव से गर्भ की रक्षा होती है ।
  • कश्यप ऋषि कहते हैं –
    चन्द्रग्रहण तथा सूर्यग्रहण का ज्ञान होने पर गर्भिणी को गर्भवेश्म अर्थात घर के भीतरी भाग (अंत: पुर) में जाकर शान्ति होम आदि कार्यों में लगकर चन्द्र तथा सूर्य की ग्रह द्वारा मुक्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए ।
    गर्भिणी सम्पूर्ण ग्रहण काल में कमरे में बैठकर यज्ञों में सर्वश्रेष्ठ भगवन्नाम जप रूपी यज्ञ करे ।
    ॐ कार का दीर्घ उच्चारण करे । अगर लम्बे समय तक नहीं बैठ पाये तो लेटकर भी जप कर सकती है ।
    जप करते समय गंगाजल पास में रखे । ग्रहण पूर्ण होने पर माला को गंगाजल से पवित्र करे व स्वयं वस्त्रों सहित सिर से स्नान कर ले ।

चंद्र ग्रहण (गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान दें)

  • यह तो हम सब जानते ही हैं कि ग्रहण यानी Eclipse के टाइम में हमारे वातावरण में बदलाव होते हैं । जैसे समुद्र में बड़े-बड़े Tides अर्थात् समुद्री ज्वार उठते हैं । क्योंकि सूर्य और पृथ्वी का Alignment अर्थात् संरेखण ग्रहण में कुछ इस तरह से होता है कि उनका बल समुद्र को खींचता है जिससे बड़े-बड़े Tides या ज्वार उठते हैं । तो यह बिल्कुल सही होगा कहना कि हमारे शरीर में ग्रहण का असर निश्चित रूप से होता है । इसलिए हमारे शास्त्रों में ग्रहण से संबंधित जो भी बातें बताई गई हैं वे पूर्णतया वैज्ञानिक हैं और तार्किक भी हैं । हमारे ऋषि-मुनियों ने गहन अनुसंधान करके, ध्यान करके ये सब आवश्यक बातें शास्त्रों के रूप में लिपिबद्ध करके हमें दी हैं ।
  • वास्तव में गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण में क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए इसका पूरा वर्णन भी हमारे शास्त्रों में दिया गया है । जैसे गर्भवती महिला अगर ग्रहण के समय पानी पीती है तो उसके शरीर में Dehydration अर्थात् पानी की कमी हो जाती है जिससे उसके शिशु की त्वचा सुख जाती है ।
  • कृत्रिम गहने अर्थात् Artificial Jewellery ग्रहण में गर्भवती महिलाओं को नहीं पहननी चाहिए । गर्भवती महिलाओं के लिए ऐसी बहुत सारी सावधानियां हमारे शास्त्रों में विस्तार से दी गई हैं ।

Frequently Asked Questions

Can pregnant lady sleep during Grahan ?

नहीं, ग्रहणकाल में सोनेवाला व्यक्ति नारकीय यौनिओं में जाता हैं ।

What Precautions should be taken by Pregnant lady during solar Eclipse ?

What are the effects of lunar or solar eclipse on Pregnancy 

Is an LUNAR eclipse harmful during pregnancy ? 

ग्रहणकाल सभी के लिए विनाशकाल माना जाता है पर थोड़ी सी सावधानी रखेंगे तो बहुत लाभ होगा ।

Is it bad for pregnant women to sleep during the eclipse ?

हाँ, ग्रहणकाल में सोनेवाला अधोगति को जाता है ।

Safety pin on pregnant belly during eclipse?

कोई भी नुकीली चीजों का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।

Should a pregnant lady sleep during a solar or lunar eclipse

ग्रहणकाल में गर्भिणी को सोना नहीं चाहिए । इसका शिशु पर गलत प्रभाव पड़ सकता है ।

Can a pregnant woman Eat during a lunar eclipse ?

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण चालू होने के कम से कम 1-1.5 प्रहर (3 से 4.5 घंटे) पहले से भोजन नहीं करना चाहिए ।
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